वो lamhe

 वो lamhe वो बातें  कोई  ना जाने  थी कैसी रातें बरसातें 

वो भीगी भीगी  रातें। 

सागर की  गहराई  से गहरा  है  अपना  प्यार। 

Sehrao की in हवाओं में कैसे आएगी  bahar।

कहीं से हवा aai।

Comments

Popular posts from this blog